पटना: केंद्रीय पत्तन पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवालबिहार दौरे पर हैं. पटना के ज्ञान भवन में विभागीय मंत्रालय की ओर से आयोजित कार्यशाला में भाग लेते हुए उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार के 11 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार में 2013-14 में जहां केवल 18 मिलियन टन माल जल मार्गों के माध्यम से भेजा जाता था, वंही अब यह आंकड़ा बढ़कर 145 मिलियन टन से अधिक हो चुका है.
5 से बढ़कर 111 हुई जलमार्ग की संख्या: सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि 2014 में जहां देश के पास मात्र 5 राष्ट्रीय जलमार्ग थे, वहीं आज यह संख्या बढ़कर 111 तक पहुंच गई है. एक दशक पूर्व जहां अंतर्देशीय जल परिवहन पर कुल व्यय 180 करोड़ रुपये वार्षिक था, अब वह बढ़कर 1000 करोड़ से अधिक हो चुका है.
वाटर नेशनल ट्रांसपोर्ट का हब बनेगा पटना: केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बिहार सरकार और स्थानीय सांसद की ओर से पटना को नेशनल वॉटरवेज हब बनाने की मांग की गई है तो हम लोग उस पर काम करेंगे और उसके लिए एक महीने के अंदर टास्क फोर्स का गठन करेंगे.
पटना में बनेगा वाटर मेट्रो: सर्बानंद सोनोवाल ने पटना में वाटर मेट्रो बनाने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा कि हल्दिया से बनारस तक वाटर ट्रांसपोर्ट को और विकसित करने और उसके लिए पटना में टर्मिनल निर्माण करने की भी घोषणा की. साथ ही पटना में वेसल की मरम्मत और निर्माण की बात भी कही.
“पवित्र गंगा से धन्य बिहार एक प्रमुख अंतर्देशीय जलमार्ग परिवहन केंद्र के रूप में उभरने के लिए तैयार है लेकिन यह अकेले बिहार की यात्रा नहीं है. यह एक साझा राष्ट्रीय मिशन है. आने वाले समय में पटना में वाटर मेट्रो की भी शुरुआत होगी. साथ ही वेसल की मरम्मत और निर्माण का कार्य भी पटना में किया जाएगा. बिहार जल्द ही अंतर्देशीय जलमार्ग परिवहन का हब बनेगा.”- सर्बानंद सोनोवाल, केंद्रीय मंत्री, पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग विभाग
गंगा किनारे ड्राई डॉक बनाने का फैसला: आपको बताएं कि बिहार सरकार की ओर से अभी हाल ही में पटना में ड्राई डॉक बनाने की घोषणा हुई है और उसके लिए अंतर्देशीय जल मार्ग प्राधिकरण के साथ समझौता भी होगा. 25 साल के लिए बिहार सरकार ने पटना गंगा किनारे की जमीन लीज पर देने का फैसला लिया है. अब केंद्रीय मंत्री ने वाटर मेट्रो के साथ पटना को नेशनल वॉटरवेज का हब बनाने की भी घोषणा कर दी है.