बिहार में 2 दारोगा गिरफ्तार, रिश्वत लेते हुए निगरानी ने रंगे हाथ दबोचा

कैमूर : बिहार में घूसखोरी चरम पर है, ऐसा लगता है जैसे ‘जितना लूट सको तो लूट लो’. ऐसे में आज कैमूर में दो घूसखोर दारोगा को गिरफ्तर किया गया है. भगवानपुर थाना में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर राशिद कमाल और सब इंस्पेक्टर लक्की आनंद को गिरफ्तार किया है.

कैमूर में दो दारोगा गिरफ्तार : दोनों सब इंस्पेक्टर को 40 हजार रुपया रिश्वत लेते हुए निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (VIGILANCE) पटना के टीम द्वारा रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया. शिकायतकर्ता चांदनी सिंह की मानें तो यह दोनों दारोगा उनके पति को झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रहे थे. मैनेज के एवज में ₹40000 की डिमांड की गई थी. तब उन्होंने पूरे मामले की शिकायत विजिलेंस से की.

सात सदस्यीय टीम ने धावा बोला : बताया जाता है कि परमलपुर की रहने वाली पीड़िता चांदनी सिंह के पति पर एक केस दर्ज हुआ था. उसी केस को हल्का करने के एवज में दोनों दारोगा 40 हजार की रिश्वत मांग रहे थे. मामले के सत्यापन के बाद पटना विजिलेंस की सात सदस्यीय टीम पहुंची. घूस लेते हुए दोनों दारोगा को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई.

”निगरानी थाने में केस नम्बर 33/2025 मामला दर्ज हुआ था कि भगवानपुर थाने में एक 128/25 केस को हल्का करने के बदले 40 हजार मांगा जा रहा है. आज विजिलेंस के सात सदस्यीय टीम ने घूस लेते रंगे हाथ एसआई लक्की आनन्द और एसआई राशिद कलाम को गिरफ्तार कर लिया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.”– समीर चन्द्र झा, डीएसपी, निगरानी विभाग

पीड़ित पक्ष ने क्या आरोप लगाया : इधर, पीड़िता चांदनी सिंह ने बताया कि झूठे केस में पिछले एक साल से हमें परेशान किया जा रहा था. मेरे जमीन पर हरेंद्र प्रसाद पेट्रोल पम्प खोला है. जबरन जमीन लिखने को कहता है. मेरे पति जमीन बिक्री नहीं करना चाहते हैं जिसपर वह झूठा केस करवाता है और परेसान करता है. थाना की पुलिस भी हरेंद्र प्रसाद से मिली हुई है. थाने के गाड़ी में पेट्रोल, डीजल हरेंद्र देता है.

लगातार हो रही कार्रवाई : अगर गौर से देखा जाए तो घूसखोर अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगातार एक्शन हो रहा है. निगरानी विभाग राज्य के विभिन्न हिस्सों में जाकर कार्रवाई कर रहा है. बावजूद इसके घूसखोर अधिकारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं.

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