पटना: सीएम नीतीश कुमार ने राजधानी पटना को एक और नए एलिवेटेड सड़क की सौगात दी. सीएम ने सोमवार को इस रोड का उद्घाटन किए. इससे पटना शहर को जाम से निपटने में मदद मिलेगाी. इस एलिवेटेड सड़क की लागत 1400 करोड़ रुपये है.
लाखों लोगों को फायदा: शहर के मीठापुर-महुली तक नव निर्मित सड़क चालू होने से राजधानी के दक्षिणी इलाकों में रहने वाले लाखों लोगों को यातायात में काफी सहूलियत मिलने वाली है. साथ ही दक्षिण बिहार के विभिन्न जिलों में आना-जाना भी अब आसान हो जाएगा. रोज घंटों लगने वाले जाम से लोगों को मुक्ति मिलेगी और समय की बचत होगी.
सफर आसान: मीठापुर-महुली-पुनपुन परियोजना अंतर्गत भूपतिपुर से पुनपुन (एनएच-22) तक एलिवेटेड-सह-एटग्रेड सड़क है. इस सड़क के माध्यम से जहानाबाद, अरवल, बिहारशरीफ और गया के लिए सफर आसान हो जाएगा.
पहले फेज का निर्माण पूरा: पहले फेज में सिपारा से महुली तक एलिवेटेड रोड बनकर तैयार हो चुका है. सिपारा से महुली एलिवेटेड रोड पर जाने के लिए भूपतिपुर के पास बने रैंप से होकर लोग सफर कर सकेंगे. इसके चालू होने से सिपारा से महुली की दूरी महज 5 से 6 मिनट में पूरी हो जाएगी. अभी इस दूरी को तय करने में लोगों को काफी मशक्कत करना पड़ता है.
सिपारा से महुली पहला फेज: मीठापुर-महुली एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य दो फेज में चल रहा है. पहला फेज सिपारा से महुली तक है. मीठापुर से सिपारा तक रूट की संरचना में काफी बदलाव होने के कारण मीठापुर-सिपारा-महुली-पुनपुन पथ परियोजना (फेज-2) का भी प्रावधान किया गया है.
दूसरा फेज मीठापुर से सिपारा: फेज-2 में मीठापुर से सिपारा तक की दूरी जो करीब 2.10 किलोमीटर है. इसपर एलिवेटेड सड़क का निर्माण किया गया है. महुली से पुनपुन तक कुल 2.20 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए फोरलेन सड़क का भी प्रावधान किया गया है. पथ निर्माण विभाग के अनुसार मीठापुर से सिपारा तक एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा.
“राजधानी पटना के लिए यह एलिवेटेड रोड वरदान साबित होने वाली है. पटना वाले को जाम से मुक्ति मिल सकेगी. लोग अब आसानी से गया जहानाबादअरवल जा सकेंगे. सरकार ने आम लोगों की चिंता की है. आवागमन व्यवस्था कैसे बेहतर हो इसके लिए विभाग और सरकार लगातार काम कर रही है.” -नितिन नवीन, -पथ निर्माण मंत्री, बिहार
एलिवेटेड रोड क्या है?: एक ऐसी सड़क जो जमीन से ऊपर उठी हुई होती है. यानि पुल या वायडक्ट (एक लंबा पुल जैसा ढांचा जो सड़क या रेलवे इलाके के ऊपर से ले जाना) के रूप में इसका निर्माण होता है. इससे जाम से मुक्ति मिलती है. यह ज्यादातर शहर से जुड़ी हुई सड़के होती है.
साधारण भाषा में समझें तो घनी आबादी वाला शहर में एक सड़क है, जहां जाम की समस्या अधिक होती है. उसी सड़क पर एक ब्रिज का निर्माण कर ऊपर से दूसरी सड़क बनायी जाती है. ताकि शहर से बाहर जाने वाले वाहन आसानी से निकल जाते हैं. इससे शहर में चलने वाले वाहनों को राहत मिलती है.