पंचकूला में योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन, सीएम नायब सैनी हुए शामिल, जानें क्या है इस बार योगा डे का थीम

पंचकूला: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को पंचकूला में आयोजित योग प्रोटोकॉल प्रशिक्षण शिविर में बतौर मुख्यअतिथि शामिल हुए. ये शिविर भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र, भानू में आयुष विभाग, हरियाणा योग आयोग और आईटीबीपी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री सहित अन्य अतिथियों और आईटीबीपी के जवानों ने अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश के मृतकों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए दो मिनट का मौन रखा. साथ ही दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की.

आईटीबीपी जवानों के योगदान को नमन: शिविर के दौरान मुख्यमंत्री ने आईटीबीपी के जवानों के अद्भुत योगदान को नमन करते हुए कहा कि यह स्‍थान अनुशासन, सेवा, समर्पण और राष्ट्रभक्ति की जीवंत परंपरा है. जवान कठिन परिस्थितियों में उत्तर-पूर्वी सीमाओं की दिन-रात रक्षा करते हैं. आपदा, राहत बचाव कार्य, आंतरिक सुरक्षा सहित अंतर्राष्ट्रीय खेलों में आईटीबीपी के जवानों की सहभागिता सदैव अग्रणी रही है.

22 जिलों के 11 लाख लोग होंगे शामिल: हरियाणा के मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “21 जून को 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को ऐतिहासिक बनाने की दिशा में पुरजोर तैयारियां की जा रही है. उस दिन राज्य के 22 जिलों और 121 खंडों में एक साथ आयोजित होने वाले योग कार्यक्रमों में लगभग 11 लाख से अधिक लोग हिस्सा लेंगे. इस साल का राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम कुरुक्षेत्र के ब्रह्म सरोवर पर आयोजित किया जाएगा, जहां से भगवान श्रीकृष्ण ने विश्व को कर्म का संदेश दिया था. इस ऐतिहासिक स्थल पर आयोजित योग सत्र में योग गुरु रामदेव स्वयं उपस्थित रहकर लोगों को योगाभ्यास कराएंगे. इस आयोजन में एक लाख से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे न केवल योग को जन-जन तक पहुंचाया जा सके, बल्कि एक नया विश्व रिकॉर्ड भी स्थापित किया जा सके.”

केंद्रीय सुरक्षा बलों को सराहा: हरियाणा योग आयोग की सराहना करते हुए CM ने कहा, “केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए आयोग योग को बढावा दे रहा है. योगासन के खिलाड़ी भी तैयार कर रहा है. आज का यह योग प्रोटोकॉल प्रशिक्षण शिविर विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह आगामी 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2025 से एक सप्ताह पहले आयोजित किया जा रहा है. इसका महत्व इसलिए अधिक है, क्योंकि यह देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले जवानों के लिए आयोजित किया गया है. योग उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करने के अतिरिक्त टीम भावना, आपसी सहयोग और अनुशासन सिखाता है, इसलिए योग और सैनिकों का गहरा संबंध है.”

रजिस्ट्रेशन, औषधीय पौधे और यात्रा: मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, “हरियाणा में 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरूआत बीते 27 मई से ही हो चुकी है. पूरे राज्य में योग कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. विभिन्न योग कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदेशभर में अब तक लगभग 15 लाख 60 हजार से अधिक लोगों ने भागीदारी कर योग का अभ्यास किया है. योग कार्यक्रमों के दौरान 61 हजार से ज्यादा औषधीय पौधे लगाए गए हैं. इसके अलावा योग जागरण यात्रा भी निकाली जा रही है, जो 19 जून को प्रदेश के 5 हजार गांवों तक पहुंचेगी. इन अभ्यासों में पतंजलि योगपीठ, भारतीय योग संस्थान, ब्रह्मकुमारी और आर्ट ऑफ लिविंग जैसी संस्थाएं भी प्रदेश में 2500 स्थानों पर योग शिविर आयोजित कर रही हैं. हरित योग अभियान के तहत 21 जून तक 10 लाख औषधीय पौधे बांटे जा रहे हैं. इसके अलावा सरकार ने एक पोर्टल भी बनाया है, जिस पर अब तक 7 लाख 65 हजार 500 लोगों ने 21 जून के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है.”

714 व्यायाम शालाओं में 877 आयुष योग सहायक: मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा, “योग ऋषि मुनियों की देन है, लेकिन कुछ समय से यह प्राचीन परंपरा लुप्त हो गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के चलते संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया. आज योग केवल भारत में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है. योग को बढ़ावा देने के लिए 714 व्यायाम शालाओं का निर्माण किया गया, जिनमें 877 आयुष योग सहायकों की नियुक्ति की जा चुकी है. इन व्यायाम शालाओं में भी 21 जून को कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. प्रधानमंत्री का विजन 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है, जिसमें सभी की बड़ी भूमिका रहने वाली है. इस अवसर पर सभी योग के ज्ञान को अपने जीवन में उतारने और इसे दूसरों तक पहुंचाने का संकल्प लें. “

क्या है इस बार योग दिवस का थीम: आयुष एवं स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 11वें संस्करण का थीम “योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” है, जो स्मरण कराता है कि मानवता का स्वास्थ्य, पर्यावरण और समस्त जीव जंतुओं के स्वास्थ्य से गहराई से जुड़ा हुआ है. योग केवल एक शारीरिक क्रिया नहीं बल्कि यह संतुलन, समग्र विकास और स्वास्थ्य सेवा का वैश्विक संदेश है. मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने योग के व्यक्तिगत अभ्यास को एक जन आंदोलन में बदल दिया है. प्रदेशभर में 10 लाख से अधिक नागरिक योग से जुड़ी गतिविधियों में भाग ले रहे हैं.

“जिला स्तर पर योग मैराथन रैलियां, जागरूकता अभियान और सामूहिक योग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में अनुसंधान कार्य हो रहे हैं. हरित योग के अंतर्गत दस लाख औषधीय पौधों का रोपण किया जा रहा है. प्रदेशभर के सभी योग स्थलों पर पौधारोपण व स्वच्छता अभियान आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें योग को पर्यावरण उत्तरदायित्व से जोड़ा जा रहा है. पुलिस लाइन से लेकर विधानसभा तक, सीमा सुरक्षा बलों से लेकर विद्यालय तक हरियाणा का हर कोना योग की ऊर्जा से गुंजायमान हो रहा है.”– कुमारी आरती सिंह राव, आयुष एवं स्वास्थ्य मंत्री

बता दें कि इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उपस्थितजनों को योग युक्त-नशा मुक्त हरियाणा का संकल्प भी दिलाया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत आईटीबीपी प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र, भानू के परिसर में पौधरोपण भी किया.

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