68 फीसदी कार्य पूरा : खेल विश्वविद्यालय के वीसी मेजर जनरल दीप अहलावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है. अभी तक लगभग 68 फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है. उम्मीद है कि नवंबर 2025 तक विश्वविद्यालय बनकर तैयार हो जाएगा. विश्वविद्यालय यूजीसी से मान्यता प्राप्त कर चुका है. इसके बाद एसोसिएशन ऑफ़ इंडियन यूनिवर्सिटी की भी मान्यता मिल चुकी है.
अगस्त में एडमिशन प्रक्रिया, मेरिट के आधार पर प्रवेश : वीसी मेजर जनरल दीप अहलावत के मुताबिक खेल विश्वविद्यालय अगस्त में एडमिशन की प्रक्रिया प्रारम्भ करने जा रहा है. मेरिट के आधार पर एडमिशन लेंगे, कोई एंट्रेंस एग्जाम नहीं लेंगे, बल्कि एंट्रेंस एग्जाम के बदले फिजिकल स्क्रीनिंग करेंगे. फिजिकल स्क्रीनिंग से मूल्यांकन किया जाएगा कि खिलाड़ियों में क्षमता है कि नहीं. कोशिश है कि विश्वविद्यालय का पहला बैच कम से कम 50 बच्चों का हो.
SVPUAT में लगेंगी पहले बैच की क्लास : वीसी मेजर जनरल दीप अहलावत के अनुसार अभी क्लासेज सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय (SVPUAT) के ही परिसर में चलेंगी. प्रशिक्षण के लिए कैलाश प्रकाश स्टेडियम का इस्तेमाल करेंगे. इसके लिए सरकार से अनुमति मिल चुकी है.
अत्याधुनिक सुविधाओं सें लैस होगी खेल यूनिवर्सिटी : वीसी मेजर जनरल दीप अहलावत के अनुसार यूपी में टेलेंट की कमी नहीं है. यह यूनिवर्सिटी उनको एक अवसर देगी, जिससे युवा बेहतर ढंग से पढ़ाई करें, खेल में अभ्यास करें और देश के लिए पदक जीतें. यहां सभी तरह की सुविधाएं मिलेंगी ये प्रदेश की पहली खेल यूनिवर्सिटी है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मुताबिक छात्रों से न्यूनतम फीस ली जाएगी.
आगामी समय में यहां ये भी इंतजाम होंगे : खेल विश्वविद्यालय सें सटकर ही गंगनहर है. ऐसे में यहां राफ्टिंग व रोविंग, नौकायन जैसे वाटर स्पोर्ट्स के लिए भी प्रशिक्षण मिल सकेगा. फील्ड के अलावा खो-खो जैसे परंपरागत खेल को भी प्रोत्साहन देने के लिए यहां स्टूडेंट्स को प्रशिक्षण मिलेगा. जैवलिन थ्रो, भारोत्तोलन, कुश्ती, हॉकी, वॉलीबॉल के अलावा टर्फ युक्त मैदानों के साथ ओलंपिक आकार का स्विमिंग पूल समेत साइकिलिंग ट्रैक यहां प्रस्तावित है.
काम में देरी की प्रमुख : मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का कार्य प्रगति पर है. विश्वविद्यालय के वीसी दीप अहलावत बताते हैं कि एनजीटी के निर्देशों के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खराब होने पर ग्रेप लागू होने पर कार्य रोकना पड़ा था. जिससे निश्चित ही कार्य की गति प्रभावित हुई थी. तब कुछ दिनों के लिए निर्माण कार्य को रोकना पड़ा था. मेजर जनरल अहलावत ने बतौर कुलपति कार्यभार 17 दिसंबर 2024 को संभाला था. वर्तमान में सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं तकनीकी संस्थान परिसर में अस्थाई तौर पर ऑफिस बना हुआ है. यही से खेल यूनिवर्सिटी के निर्माण से कार्यों की मॉनिटरिंग की जा रही है.