पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में मां जानकी मंदिर के निर्माण को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है. अयोध्या में राम मंदिर के तर्ज पर सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में मां जानकी की मंदिर बनाई जाएगी. इसके अलावा बैठक में मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना शुरू की गई है. जिसमें एक लाख छात्रों को चार से छह हजार रुपये मिलेंगे.
पुनौरा धाम पर खर्च होंगे 882 करोड़: इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत सरकार ने 882 करोड़ 27 लाख रुपये की विशाल राशि स्वीकृत की है. सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम को देश के प्रमुख ‘रामायण सर्किट’ से जोड़ने की घोषणा की है. माता सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम को अब इसे अयोध्या की तर्ज पर विकसित किया जाएगा.
मुझे बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि जगत जननी मां जानकी की जन्मस्थली पुनौराधाम, सीतामढ़ी को समग्र रूप से विकसित किए जाने हेतु भव्य मंदिर सहित अन्य संरचनाओं के निर्माण की योजना को आज कैबिनेट से मंजूरी दे दी गई है। आज कैबिनेट में पुनौराधाम के समग्र विकास के लिए तैयार की गई… pic.twitter.com/JFdAqPm1bm
— Nitish Kumar (@NitishKumar) July 1, 2025
क्या है शिव सर्किट: बिहार में एक प्रस्तावित धार्मिक पर्यटन परियोजना है. जिसका उद्देश्य रामायण से जुड़े स्थलों को विकसित करके आस्था, इतिहास और पर्यटन को एक साथ जोड़ना है. इस सर्किट में बिहार के 17 जिलों को शामिल किया गया है, जिनमें प्रमुख स्थल जैसे सीतामढ़ी, दरभंगा, मधेपुरा, पटना, गया, बक्सर, जमुई, भागलपुर, औरंगाबाद, बांका, और पश्चिमी चंपारण शामिल हैं.
“मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में विभिन्न विभागों से जुड़े 24 महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर कैबिनेट की मुहर लगी है, जिसमें बिहार के पर्यटन और धार्मिक स्थल माता सीता की जन्मभूमि सीतामढ़ी में पुनौराधाम के लिए राशि को आवंटन किया गया है. लगभग 882.87 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है.” – एस सिद्धार्थ, अपर मुख्य सचिव, कैबिनेट विभाग
एक लाख युवाओं को मिलेगा लाभ: कैबिनेट विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने कहा कि आज कैबिनेट में युवाओं को लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया है. मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना शुरू की गई है. इसके तहत युवाओं को इंटर्नशिप की राशि दी जाएगी. मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना अंतर्गत 2025-26 में 5000 लाभार्थी और वित्तीय वर्ष 2026-27 से लेकर 2030-31 तक 100000 युवाओं को लाभ देने का लक्ष्य तय किया गया है.
5 हजार इंटर्नशिप की राशि: एस सिद्धार्थ ने कहा 12वीं से लेकर विभिन्न पास आउट स्टूडेंट को 3 महीने से 12 महीने तक इंटर्नशिप की राशि दी जाएगी. कौशल विकास के तहत 12वीं पास स्टूडेंट को 4000 की राशि बिहार सरकार देगी. आईटीआई और डिप्लोमा पास स्टूडेंट को 5000 इंटर्नशिप की राशि दी जाएगी. स्नातक और स्नातकोत्तर पास स्टूडेंट को 6000 राशि दी जाएगी.
तीन माह मिलेगी 2 हजार रुपये: उन्होंने कहा कि इसके अलावा किसी भी जिले में आजीविका सहयोग के तहत कार्य करने के लिए 2000 मासिक राशि दी जाएगी. यह 3 महीने तक मिलेगी और राज्य से बाहर यदि इंटर्नशिप कर रहे हैं तो 5000 प्रति माह दी जाएगी. इंटर्नशिप की राशि देने के लिए कमेटी बनाई गई है. विकास आयुक्त की अध्यक्षता में यह कमेटी काम करेगी जिसमें उद्योग विभाग की भी सहभागिता होगी.डीबीटी के माध्यम से राशि भेजी जाएगी.
कलाकारों को 3 हजार पेंशन: बिहार सरकार ने निर्धन कलाकारों को लेकर भी एक बड़ा फैसला लिया है. मुख्यमंत्री कलाकार पेंशन योजना चलाई जाएगी इसमें. बिहार राज्य के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने के लिए निरंतर योगदान देने वाले राज्य के वरिष्ठ एवं आजीविका संकट से जूझ रहे उत्कृष्ट कलाकारों को 3000 पेंशन मिलेगा. इसके अलावा त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता योजना का भी लाभ मिलेगा.
रिटायर्ड जज को हेल्पर राशि: कैबिनेट में रिटायर्ड जज को अब हेल्पर के लिए भी राशि मिलेगी. कैबिनेट में इस पर भी बड़ा फैसला हुआ है. वही वैसे उद्योग में जहां महिलाओं के काम पर रोक थी अब उसमें ढील दी गई है. केवल प्रेग्नेंट महिला को ही काम करने पर रोक रहेगी. कैबिनेट में इस पर भी मुहर लगी है.